शिव-राज में शव-राज का तांडव :- कानून का होता रहा चीरहरण और खाकी बर्दी बनी मूक दर्शक।

हमारा प्यारा मध्य प्रदेश भारत का दिल एवं धड़कन मध्यप्रदेश को आज न जाने किसकी नज़र लग गयी या शिवराज सरकार का कुशासन कहें कि प्रदेश में चारो तरफ हा हा कार मचा हुआ हे।अब मध्य प्रदेश में हत्या बलात्कार अपहरण व्यपहरण चोरी डकैती लूट रिस्टी मार पीट आम बात हो गयी हे।कानून व्यवस्था के नाम पर सिर्फ एक अस्त व्यस्त तंत्र बचा हे जो कागज़ी कार्यवाही पूरी करता हे।अब मध्यप्रदेश में अपराधी माफिया  राज्य कायम हो चूका हे और सरकार पर इसपर कोई नियंत्रण नहीं रहा यदि साफ और बेवाक शव्दों में कहें तो मध्यप्रदेश में आज “जंगल राज” कायम हो चूका हे जिसमे कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं हे।मंत्री से लेकर संतरी तक पर संगीन अपराधो के आरोप हे यहाँ तक की प्रदेश का गृहमंत्री श्री बाबूलाल गौर भी खुलेआम एक महिला को गलत तरीके से स्पर्श करते हुए कैमरे में कैद हुए थे।हालात समझे जा सकते हे कि जब प्रदेश का गृहमंत्री जिस पर प्रदेश की जनता की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी हे ऐसी निंदनीय हरक़त करे तो प्रदेश की कानून व्यवस्था के हालात जंगल राज जेसे ही होंगे।
       प्रदेश में यदि अपराधो की बात करे तो तात्कालिक मामला हरदा से अपहरित 2 अग्रवाल भाइयों का हे ।दोनों भाइयो सुधीर अग्रवाल और नवीन अग्रवाल का उनके साथियो सहित अपहरण किया गया और बाद में उक्त दोनों भाइयो की  बीभत्स तरीके से हत्या कर दी गयी यहाँ मध्यप्रदेश पुलिस मूक दर्शक बनी रही यहाँ शर्मनाक तो यह हे कि कुछ अपराधी पुलिस की पकड़ में और अपहरण कर्ताओं का सुराग भी उसके बाद चार दिन बाद पुलिस मृतको के मृत शरीर का पता लगा पायी और इससे भी शर्मनाक यह हे की पुलिस में  रिपोर्ट दर्ज़ थी अग्रवाल बंधुओ की तरफ से कि आरोपी गण से उन्हें खतरा हे फिर भी पुलिस उदासीन रही काश पुलिस पहले ही आरोपियों पर कार्यवाही कर देती तो सुहागन का सुहाग पुत्र पुत्रियों  के पिता एक माँ का पुत्र और बहिनक भाई को बचाया जा सकता था।इसके साथ अभी कुछ दिनों पहले भिंड में एक नरसंहार हुआ था। मध्य प्रदेश में बलात्कार की संख्या भी बढ़ती ही जा रही हे और मध्य प्रदेश बलात्कार में देश में प्रथम स्थान रखता हे ये आंकड़े महिला अपराध और महिलाओ की प्रदेश में स्थिति का स्वयं बखान करते हे।सच तो यह हे की बलात्कार की जगह इतने सालो से मध्यप्रदेश किसी अच्छे कार्य में प्रथम होता तो उसका वह कार्य उप नाम बना दिया जाता जेसे सोया प्रदेश टाइगर स्टेट अदि यहाँ बलात्कार प्रदेश नाम रखना उचित नहीं होगा।
       मध्यप्रदेश में बढ़ते अपराध और अपराधियों के कृत्यों के ग्राफ से स्पष्ट हे कि वर्तमान में मध्य प्रदेश में शव राज या जंगल राज या बलात्कार राज कायम हे इस परिस्थिति में मध्यप्रदेश सरकार को चाहिये की तुरंत प्रशासनिक एवं राजनैतिक स्तर पर चीरफाड़ करे और कानून व्यवस्था दुरस्त करे अन्यथा यदि ये नाशूर बन गया तो प्रदेश और प्रदेश की जनता के लिये ठीक नहीं होगा।

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